Wednesday, 10 February 2021

जिसने भी इस ख़बर को सुना सर पकड़ लिया..!!

जिसने भी इस ख़बर को सुना सर पकड़ लिया,

कल एक दिये ने आंधी का कॉलर पकड़ लिया..!!

उलझनों और कश्मकश में..!!

उलझनों और कश्मकश में,
उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ।

ए जिंदगी! तेरी हर चाल के लिए,
मैं दो चाल लिए बैठा हूँ |