Friday 23 October 2020

मुझसा कोई जहाँ में नादान भी न हो..!!

मुझसा कोई जहाँ में नादान भी न हो...

कर के जो इश्क कहता है नुकसान भी न हो..!!

नामाबर अपना हवाओं को बनाने वाले..!!

नामाबर अपना हवाओं को बनाने वाले,
अब न आएंगे पलट कर कभी जाने वाले

क्या मिलेगा तुझे बिखरे हुए ख्वाबों के सिवा,
रेत पर चांद की तस्वीर बनाने वाले..!!