Saturday 27 March 2010

इतने दोस्तो मे भी एक दोस्त की तलाश है मुझे!


इतने दोस्तो मे भी एक दोस्त की तलाश है मुझे!
इतने अपनो मे भी एक अपने की प्यास है मुझे!

छोड आता है हर कोइ समन्दर के बीच मुझे,
अब डूब रहा हु तो एक सािहल की तलाश है मुझे!

लडना चाहता हु इन अन्धेरो के गमो से!
बस एक शमा के उजाले की तलाश है मुझे!

तग आ चुका हु इस बेवक्त की मौत से मै!
अब एक हसीन जिन्दगी की तलाश है मुझे!

दीवना हु मै सब यही कह कर सताते है मुझे!
जो मुझे समझ सके उस शख्श की तलाश है मुझे!!!

दोस्तॊं से दोस्ती तो हर कोई निभाता है..
दुश्मनों को भी अपना दोस्त बनाना चाहता हूं, मैं..

ए खुदा, तमन्ना बस इतनी सी है.. कबूल करना..
मुस्कुराते हुए ही तेरे पास आना चाह्ता हूं, मैं..

बस खुशी हो हर पल, और मेहकें ये गुल्शन सारा..
हर किसी के गम को, अपना बनाना चाह्ता हूं, मैं.!!

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